Ya nabi Salam Alaika Lyrics Hindi । या नबी सलाम अलैका लिरिक्स हिंदी में।

अस्सलाम अलैकूम दोस्तों। दोस्तों बहुत सारे लोगों ने हमें मैसेज कर के कहा की आप हमें या नबी सलाम अलैका नात शरीफ का लिरिक्स हिंदी में‌ ( Ya nabi Salam Alaika Lyrics Hindi ) लिखिये। तो दोस्तो आप के कहने पर हमने आप के लिए ये नात शरीफ लिख दिया है। अगर किसी तरह की कोई ग़लती हो तो आप हमें कमेंट कर के जरूर बताएं। 

Ya nabi Salam Alaika Lyrics Hindi । या नबी सलाम अलैका लिरिक्स हिंदी में।


Ya nabi Salam Alaika Lyrics Hindi । या नबी सलाम अलैका लिरिक्स हिंदी में।


Version 1.0


या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका 

या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्लाह अलैका

आपका तशरीफ लाना ,वक्‍त 'भी कितना सुहाना
जगमगा उठा जमाना हूरें गाती थीं तराना

या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्लाह अलैका

जान कर काफी सहारा, ले लिया है दर तुम्हारा
खल्क के वारिस खुदारा, लो सलाम आका हमारा

या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्लाह अलैका

पूरी या रब ये दुआ कर, हम दरे मौला पे जाकर
पहले कुछ नातें सुनाकर, यह पढ़ें सर को झुका कर

या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्लाह अलैका

बख्श दो मेरी खताएं, दूर हों गम की घटाएं 
भेज दो अपनी अताए, वज्द में हम यूँ सुना ए

या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्लाह अलैका

हश्र में तुम बख्श्वाना, जब कहीं न हो ठिकाना
अपने दामन में छुपाना, हर मुसीबत से बचाना

या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्लाह अलैका

अस्सलाम ऐ जाने आलम, अस्सलाम ईमान ए आलम
'शाह ए दीं सुल्तान ए आलम, तुम से है सामान ए आलम

या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्लाह अलैका

रंज व्‌ गम खाऐ हुऐ हैं, दूर से आए हुए हैं
तुम पे इतराए हुए हैं , हाथ फैलाएं हुऐ हैं

या नबबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्लाह अलैका

जानकर काफी सहारा, ले लिया है दर तुम्हारा
खल्क के वारिस खुदारा, लो सलाम आका हमारा

या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्लाह अलैका

शाफ ए महशर तुम्ही हो, सांकि ए कौसर तुम्ही हो
अरश ए आज़म पर तुम्ही हो, खल्क के रहबर भी तुम्ही हो

या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्लाह अलैका।

Version 2.0



 या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका 
या हबीब सलाम अलैका, स़लवातुल्लाह अलैका

रहमतों के ताज वाले, दो जहां के राज वाले 
अर्श की मेराज वाले, आसियों की लाज वाले 

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

दिल को रास भी तुम्हीं हो, ग़म-शनास भी तुम्हीं हो
दिल की आस भी तुम्हीं हो, दिल के पास भी तुम्हीं हो

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

त़ल'अल-बद्रु 'अलैना, मिन स़निय्यतिल-वदा'इ
वजब-श्शुक्रु 'अलैना, मा द'आ लिल्लाहि दा'ई

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

जान कर काफ़ी सहारा, ले लिया है दर तुम्हारा
ख़ल्क़ के वारिस  ख़ुदा-रा, लो सलाम अब तो हमारा

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

अज़-तुफ़ैल-ए-ग़ौस-ए-आज़म, बादशाह-ए-हर-दो-आलम
सदक़ा-ए-इमाम-ए-आज़म, दूर हों सभी के रंज-ओ-ग़म

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

तेरी जुस्तुजू में जीना, तेरी आरज़ू में मरना
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

ज़िंदगी है उन का सदक़ा, बंदगी है उन का सदक़ा
रौशनी है उन का सदक़ा, हर ख़ुशी है उन का सदक़ा

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका।



शायर:
ख़्वाजा मुहम्मद अकबर वारसी और दीगर

ना'त-ख़्वाँ:
हिबा मुज़म्मिल, सरवर हुसैन नक़्शबन्दी, सय्यिद ज़बीब मसूद, ख़ालिद हसनैन ख़ालिद

Version 3.0


या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

दो-जहाँ के आप वाली, आप के औसाफ़ आली
आप की सीरत मिसाली, दीजिए इश्क़-ए-बिलाली

या हबीबी,  या मुहम्मद 

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

मेरे मौला मेरे सरवर, आप आला, आप बर-तर
कह रही है सूरह-ए-कौसर, आप का दुश्मन है अब्तर

या हबीबी, या मुहम्मद 

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

आप हैं यासीन-ओ-त़ाहा, मेरे आक़ा, मेरे शाहा
हो गया तब्दील क़िब्ला, आप ने जिस तरह चाहा

या हबीबी,  या मुहम्मद 

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

सय्यिदु-श्शबाब-ए-जन्नत, आप के प्यारे नवासे
वासिता ज़हरा का, आक़ा, भर ही दें हमारे कासे

या हबीबी,  या मुहम्मद 

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

अर्ज़ करता है ये नाज़िश, कीजिए आक़ा नवाज़िश
दीद की पाऊँ मसर्रत, ग़म करें न कोई साज़िश

या हबीबी, या मुहम्मद 

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

शायर:
मुहम्मद हनीफ़ नाज़िश क़ादरी

ना'त-ख़्वाँ:
सय्यिद ज़बीब मसूद

Version 4.0


या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

मोमिनो वक़्त-ए-अदब है, आमद-ए-महबूब-ए-रब है
जा-ए-आदाब-ओ-तरब है, आमद-ए-शाह-ए-अरब है

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

बदलियाँ रहमत की छाईं, बूँदियाँ रहमत की आईं
अब मुरादें दिल की पाईं, आमद-ए-शाह-ए-'अरब है

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

आने वाला है वो प्यारा, दोनों आलम का सहारा
काबे का चमका सितारा, आमद-ए-शाह-ए-अरब है

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

आमिना बीबी का जाया, बारहवीं तारीख़ आया
सुब्ह-ए-सादिक़ ने सुनाया, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

उठो, आया ताज वाला, अर्श की आँखों का तारा
सब कहो, ऐ माह-ए-तयबा, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

नूह के तुम ना-ख़ुदा हो, ख़ल्क़ के मुश्किल-कुशा हो
सब के तुम हाजत-रवा हो, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

बख़्श दो मेरी ख़ताएँ, दूर हों ग़म की घटाएँ
भेज दो अपनी अताएँ, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

जान निकले इस तरह पर, आप का दर हो मेरा सर
सामने हो क़ब्र-ए-अनवर, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

जाँ-कनी के वक़्त आना, कलिमा-ए-तय्यब सिखाना
चेहरा-ए-अनवर दिखाना, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

ऐ शफ़ी'-ए-रोज़-ए-महशर, हैं सियाह इस्याँ से दफ़्तर
ग़ौस का सदक़ा, करम कर, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

ऐ शहंशाह-ए-रिसालत, हैं यहाँ जो अहल-ए-सुन्नत
ता-अबद सब पर हो रहमत, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

दीन का हो बोल-बाला, सुन्नियों का रुख़ उजाला
दुश्मनों का मुँह हो काला, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

बानी-ए-महफ़िल की, आक़ा, इल्तिजा मक़बूल फ़रमा
पूरी हो हर इक तमन्ना, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

इस जमील-ए-क़ादरी पर, हो करम, महबूब-ए-दावर
चश्म-ओ-दिल कर दो मुनव्वर, स़लवातुल्लाह अलैका

या नबी सलाम अलैका या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका स़लवातुल्लाह अलैका

शायर:
मौलाना जमीलुर्रहमान क़ादरी

ना'त-ख़्वाँ:
ओवैस रज़ा क़ादरी

Conclusion :

दोस्तों हमें उम्मीद है आप लोगों को ये नात शरीफ पसंद आया होगा। अगर ऐसे ही और नात शरीफ के लिरिक्स चाहिए तो आप कमेंट करें। और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे। और ऐसे ही और नात शरीफ, इस्लामिक जानकारी के लिए islamicwaqia.com से जुड़े रहे। शुक्रिया।

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